यदि इंसान सिर्फ दौलत के बारे में ही सोचता रहे तो लोगों की सेवा कब करेगा. – दौलत यात्रा – सफर, गमन, तीर्थाटन, प्रयाण, प्रस्थान। ठाट – तड़क -भड़क, शोभा, सजावट, आयोजन, तैयारी, व्यवस्था, प्रबंध, झुंड, दल, समूह। चौकन्ना – सचेत, सजग, सावधान, जागरूक, चौकस। अतिथि – मेहमान, आगंतुक, पाहुन, https://brooksrgken.techionblog.com/29718372/how-anadar-ka-paryayvachi-shabd-can-save-you-time-stress-and-money