ध्यानलिंग प्रक्रिया के बाद जब मेरा शरीर पूरी तरह टूट चुका था और वह रहने लायक भी नहीं बचा था, तब मैनें बड़े पैमाने पर कई बार शरीर को ठीक करने के लिए उस शालिग्राम का इस्तेमाल किया। रतिप्रिया यक्षिणी : धन धन्य से भरपूर करने वाली यक्षिणी. इस साधना https://freekundli57653.fireblogz.com/63693754/how-much-you-need-to-expect-you-ll-pay-for-a-good-how-to-do-vashikaran-kaise-hota-hai