रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।। इसलिए जिसको आपके साथ उन बुरी एनर्जी को जोड़ना होता है वह आपकी इन चीज का इस्तेमाल करता है. हे गौरी शंकरार्धांगिं! यथा त्वं शंकरप्रिया। ज्योतिष में विवाहेतर संबंधों की संभावना When you've got tried every little thing but not receiving achievements https://thegreatbookmark.com/story19223606/vashikaran-totka-options