ॐ गुरु जी कहे, चेला सुने, सुन के मन में गुने, नव ग्रहों का मंत्र, जपते पाप काटेंते, जीव मोक्ष पावंते, रिद्धि सिद्धि भंडार भरन्ते, ॐ आं चं मं बुं गुं शुं शं रां कें चैतन्य नव्ग्रहेभ्यो नमः मन्त्र ज्यो शत्रु भयो। डाकिनी वायो, जानु वायो। Reply Prashanth January 20, https://a-z-directory.com/listings13201922/5-easy-facts-about-bhairavi-described